पूज्य श्री हरिवंश जी महाराज के साथ सनातन धर्म और भक्ति के शाश्वत संदेश को प्रवचनों और मधुर भजनों के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाएँ।
पूज्य श्री हरिवंश जी महाराज एक प्रतिष्ठित श्रीमद् भागवत कथा एवं कृष्ण कथा वाचक हैं, जो अपने आध्यात्मिक प्रवचनों और मधुर भजनों से भक्तों को भक्ति और ज्ञान की ओर प्रेरित करते हैं। उनके प्रवचन केवल धार्मिक शिक्षा नहीं बल्कि जीवन को एक नई दिशा देने वाले अमूल्य मार्गदर्शन भी हैं।
ग्लोबल वैदिक फाउंडेशन के माध्यम से, महाराज जी का उद्देश्य सनातन धर्म की पवित्र परंपराओं को जन-जन तक पहुँचाना, वेदों और उपनिषदों का ज्ञान प्रदान करना, तथा भक्ति और सेवा भाव को बढ़ावा देना है। उनकी कथाएँ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक क्रांति हैं जो आत्मा को जागृत करती हैं और जीवन को सार्थक बनाती हैं।
Harivansh Ji Maharaj's enlightening discourses are featured on various leading TV channels and publications, making spiritual knowledge accessible to a vast audience.
पूज्य श्री हरिवंश जी महाराज न केवल श्रीमद् भागवत कथा एवं कृष्ण कथा के महान प्रवक्ता हैं, बल्कि सनातन धर्म की अमूल्य परंपराओं को पुनर्जीवित करने वाले एक प्रेरणास्रोत भी हैं। वेद, उपनिषद, और भागवत महापुराण का गहन अध्ययन और सरल व्याख्या उनकी विशेषता है। उनके प्रवचन आत्मा को जागृत करने वाले और जीवन को दिव्यता से भरने वाले होते हैं।"
महाराज जी का मुख्य उद्देश्य सनातन संस्कृति की जड़ों को मजबूत करना और आने वाली पीढ़ियों को भारतीय धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिकता से जोड़ना है। उनकी कथाएँ और भजन केवल श्रवण करने योग्य नहीं, बल्कि आत्मसात करने योग्य होते हैं। वे आध्यात्मिक चेतना को जागृत कर भक्तों को भक्ति, सेवा और धर्म के मार्ग पर अग्रसर करते हैं।
पूज्य श्री हरिवंश जी महाराज सिखाते हैं कि निःस्वार्थ सेवा (सेवा भाव) जीवन की सबसे उच्चतम भक्ति है। दान, करुणा, और जरूरतमंदों की सहायता के माध्यम से ही हम आध्यात्मिकता के वास्तविक स्वरूप को समझ सकते हैं। महाराज जी का संदेश है कि जब हम दूसरों की सेवा के लिए समर्पित होते हैं, तभी हम अपने जीवन के वास्तविक उद्देश्य को प्राप्त कर पाते हैं और धर्म के मार्ग पर आगे बढ़ते हैं।"
ग्लोबल वैदिक फाउंडेशन विभिन्न सेवा कार्यों के लिए समर्पित है, जिसमें अन्नदान, मंदिरों का जीर्णोद्धार, शिक्षा सहायता, और विश्वभर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन शामिल है। इस दिव्य अभियान का हिस्सा बनें और सेवा के मार्ग को अपनाकर अपना जीवन धन्य करें।
हरिवंश जी महाराज का जन्म एक धार्मिक परिवार में हुआ, जहाँ उन्हें बचपन से ही सनातन धर्म की दिव्य शिक्षाओं का ज्ञान प्राप्त हुआ। वेदों, उपनिषदों और श्रीमद्भागवत गीता के प्रति उनकी गहरी रुचि ने उन्हें आध्यात्मिक जागरण की यात्रा पर अग्रसर किया। प्रारंभिक जीवन से ही वे कृष्ण भक्ति, भजन संकीर्तन और धार्मिक प्रवचनों की ओर आकर्षित थे।
प्रसिद्ध संतों और आध्यात्मिक गुरुओं के मार्गदर्शन में, महाराज जी ने भागवत कथा, कृष्ण कथा एवं भजनों की गहरी शिक्षा प्राप्त की और अपने दिव्य प्रवचनों से हजारों श्रद्धालुओं को प्रेरित किया। उनका संपूर्ण जीवन भगवान श्रीकृष्ण के उपदेशों को जन-जन तक पहुँचाने और लोगों के हृदयों में श्रद्धा जागृत करने के लिए समर्पित है।
Harivansh Ji Maharaj's spiritual teachings and divine wisdom have been extensively covered in renowned newspapers and magazines, inspiring seekers across the nation.
हरिवंश जी महाराज की आध्यात्मिक यात्रा के दिव्य क्षणों का संग्रह देखें। ज्ञानवर्धक प्रवचनों से लेकर पवित्र अनुष्ठानों तक, हर तस्वीर भक्ति और आध्यात्मिकता की गहराई को दर्शाती है।
हरिवंश जी महाराज द्वारा लिखित ग्रंथ भक्तों और आध्यात्मिक साधकों के लिए मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते हैं। इन पुस्तकों में सनातन धर्म, श्रीमद् भागवत कथा और भक्ति योग की गहरी शिक्षाओं को सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है।
इन लेखनों के माध्यम से महाराज जी वेदों, पुराणों और अन्य पवित्र ग्रंथों के गूढ़ ज्ञान को समझाते हैं, जिससे पाठक आध्यात्मिक सिद्धांतों को जीवन में आसानी से लागू कर सकें। उनकी पुस्तकें भक्ति, आत्म-जागरण और भगवान श्रीकृष्ण के साथ गहरे संबंध को विकसित करने की प्रेरणा देती हैं।
हरिवंश जी महाराज का गुरुकुल भारत की प्राचीन शिक्षा प्रणाली का एक आधुनिक पुनरुद्धार है, जहाँ विद्यार्थियों को वैदिक ज्ञान, आध्यात्मिक शिक्षा और धार्मिक मूल्यों की गहरी समझ प्रदान की जाती है। यह गुरुकुल गुरु-शिष्य परंपरा को अपनाते हुए छात्रों को शास्त्रों का अध्ययन, भक्ति योग, ध्यान और आत्म-अनुशासन सिखाता है।
इस गुरुकुल में सनातन धर्म की शिक्षाओं को आधुनिक शिक्षा प्रणाली के साथ जोड़ा गया है, जिससे विद्यार्थी धार्मिक, नैतिक और आध्यात्मिक रूप से सशक्त व्यक्ति बन सकें। इसके अलावा, छात्रों को योग, संस्कृत, नैतिक शिक्षा और चरित्र निर्माण की भी शिक्षा दी जाती है।
यहाँ पढ़े हुए विद्यार्थी अपनी संस्कृति, मूल्यों और भगवान कृष्ण की शिक्षाओं के प्रति एक गहरा संबंध विकसित करते हैं। आश्रम का वातावरण शांत और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण होता है, जो भक्ति, ज्ञान और निःस्वार्थ सेवा को बढ़ावा देता है।
यदि आप आध्यात्मिक मार्गदर्शन चाहते हैं, प्रवचन में सम्मिलित होना चाहते हैं, या आश्रम की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो हम आपका स्वागत करते हैं। किसी भी जानकारी के लिए हमसे संपर्क करें।
मैंने महाराज जी के साथ ब्रज चौरासी कोस यात्रा में भाग लिया, और यह मेरे जीवन का सबसे दिव्य अनुभव था। उनके प्रवचनों में जो आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति होती है, उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है।
Sunita Devi Varanasiमहाराज जी के सत्संग में भाग लेने से मेरी सनातन धर्म में आस्था और मजबूत हुई है। उनके प्रवचनों ने मुझे जीवन की सही दिशा दी और भक्ति के वास्तविक अर्थ को समझने में मदद की।
Rajesh Tiwari Mathuraमहाराज जी के भजनों में जो ऊर्जा और भक्ति होती है, उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। जब भी मैं उनके कीर्तन सुनती हूँ, तो मेरे मन में भक्ति और शांति की अनुभूति होती है।
Priya Sharma Indore
महाराज जी की भागवत कथा सुनने से मेरा जीवन पूरी तरह बदल गया। मुझे शांति और जीवन का एक नया उद्देश्य मिला है। उनके प्रवचनों ने मुझे भगवान श्रीकृष्ण से गहरा जुड़ाव महसूस करने में मदद की है।
Ramesh Sharma Delhi